Kabir Bhajan
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Sunday, May 9, 2021
वो सुमिरण एक न्यारा है Wo Sumiran Ek Nyara Hai Kabir Bhajan Lyrics
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सुमिरण की सुध युं करो , ज्यों गागर पणिहार हाले डोले सुरत में , कहे कबीर विचार सुमिरण सुरती साध के , मुख से कछु नहीं बोल तेरे बाहर के पट दे...
1 comment:
Sunday, January 31, 2021
Ya Ya Duniya hai Matlab Ki by Kaluram Ji Bamniya
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gj balku fdlh uk fdlh çdkj dh vklfä ls tqM+k gS fdlh uk fdlh çdkj dk vkil esa LokFkZ gS vksj mlh LokFkZ ds o'khHkqr gksdj og ekuo ds lkF...
Karo Agam Nigam Ki Sel Hai by Kaluram Bamniya
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गुरु बिना कैसे पाओगा रे करो अगम निगम की सेल है गायक कालुराम बामनिया ,th xq# fcpkjs D;k djs T;ksaa pkSyk esa pqd /;kos lks ij eqafn;s ...
Monday, August 31, 2020
मत कर मान गुमान by Prahlad Singh Ji Tipaniya
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हमें इस मानव जीवन को फोकट मान ओर गुमान में नहीं खोना है! क्योंकि यह शरीर भी भोतिक है , इसिलिये इन माया व काया का अहंकर मत कर क...
घणो रिझायो वो लाड़ली ने by Prahlad Singh Ji Tipaniya
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सुरती फसी संसार में , ओर या से पड़ गया दूर! सुरत बांध स्थिर करो , तो आठो पहर हुजूर!! ईंगला पिंगला के घाट को खोजले , ओर भ...
Saturday, August 22, 2020
वो सुमिरण एक न्यारा रे by Prahlad Singh ji Tipaniya
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जब मन स्थिरता की ओर आ जायेगा तो सुमिरण में लग जायेगा, वो सुमिरण जो न्यारा है, उस सुमिरण की ओर सदगुरु कबीर ने यहां पर ईशारा किया...
Monday, August 17, 2020
शुन्य घर शहर, शहर घर बस्ती... by Prahlad Singh Ji Tipaniya
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साहब कबीर ने इस भोतिक पिरवेश में जहां पर जो देखा , उसके मुताबिक मानवमात्र को चेतना , जाग्रति व संदेश दिया है! उन्होनें अपनी उलट्वासिय...
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